दिवाली पर महंगाई का झटका,LPG Cylinder Price Hiked by ₹156

दिवाली पर महंगाई का झटका,LPG Cylinder Price Hiked by ₹156

गैस  सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी, 156 रुपये का इजाफा –LPG Cylinder Price

दिवाली के बाद से देश में गैस सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि देखी जा रही है। खासकर कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में यह बढ़ोतरी चौथे महीने भी जारी है। इस बढ़ोतरी से छोटे व्यवसायी और होटल-रेस्टोरेंट्स जैसे उद्यम प्रभावित हो रहे हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि देश के चार प्रमुख महानगरों में घरेलू और कमर्शियल गैस सिलेंडर के वर्तमान दाम क्या हैं और इनकी वृद्धि का आंकड़ा कैसा रहा है।

घरेलू गैस सिलेंडर के दाम स्थिर

मार्च 2023 के बाद से देश के चारों प्रमुख महानगरों में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। मार्च 2023 में गैस सिलेंडर की कीमत में 100 रुपए की कटौती की गई थी, जबकि अगस्त 2023 में 200 रुपए की कटौती की गई थी। इसके बाद से अब तक घरेलू गैस की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं।

प्रमुख महानगरों में घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें:

  • दिल्ली: 803 रुपए प्रति सिलेंडर
  • कोलकाता: 829 रुपए प्रति सिलेंडर
  • मुंबई: 802.50 रुपए प्रति सिलेंडर
  • चेन्नई: 818.50 रुपए प्रति सिलेंडर

इस प्रकार, घरेलू उपयोग के लिए एलपीजी सिलेंडर की कीमत में ग्राहकों को फिलहाल राहत मिली हुई है और दाम स्थिर बने हुए हैं।

कमर्शियल गैस सिलेंडर के बढ़े दाम

दूसरी ओर, कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतें लगातार चौथे महीने बढ़ी हैं। इसका सीधा प्रभाव रेस्तरां, छोटे कारोबार और अन्य व्यावसायिक उपयोगकर्ताओं पर पड़ा है। अक्टूबर 2024 तक कमर्शियल गैस सिलेंडर के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिससे उपभोक्ताओं की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है।

प्रमुख महानगरों में कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम:

  • दिल्ली: 1,802 रुपए (62 रुपए की वृद्धि)
  • मुंबई: 1,754.50 रुपए (62 रुपए की वृद्धि)
  • कोलकाता: 1,911.50 रुपए (61 रुपए की वृद्धि)
  • चेन्नई: 1,964.50 रुपए (61.5 रुपए की वृद्धि)

यह चौथे महीने की बढ़ोतरी बताती है कि कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में लगभग 150 से 156 रुपए तक का इजाफा हुआ है।

चार महीनों में कीमतों में बढ़ोतरी का आंकड़ा

पिछले चार महीनों में कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। दिल्ली में कीमतों में 156 रुपए का इजाफा हुआ है, जबकि कोलकाता में यह बढ़ोतरी 155.5 रुपए की रही है। मुंबई में सबसे अधिक वृद्धि हुई है, जहां कीमत 156.5 रुपए बढ़ी है। चेन्नई में भी यह बढ़ोतरी 155 रुपए की रही है।

सरकार और संबंधित विभागों का रुख

गैस सिलेंडर की बढ़ती कीमतों को देखते हुए यह जरूरी है कि सरकार और संबंधित विभाग इस पर ध्यान दें और आवश्यक कदम उठाएं। हालांकि घरेलू गैस  सिलेंडर की कीमतों में कटौती ने उपभोक्ताओं को राहत दी है, परंतु कमर्शियल गैस की बढ़ती कीमतें चुनौतीपूर्ण हैं।

बढ़ती कीमतों का असर

गैस सिलेंडर की कीमतों में हो रही वृद्धि का सीधा असर छोटे व्यवसायों और आम उपभोक्ताओं पर पड़ रहा है। रेस्तरां, कैफे और अन्य छोटे व्यवसायों को बढ़ी हुई लागत की वजह से अपने उत्पादों के दाम बढ़ाने पड़ रहे हैं, जिससे आम लोगों की जेब पर बोझ बढ़ता है। घरेलू उपभोक्ताओं को हालांकि फिलहाल स्थिर कीमतों से राहत मिली हुई है, लेकिन यदि भविष्य में इसमें कोई बदलाव आता है, तो यह भी उनके बजट को प्रभावित कर सकता है।

1.घरेलू बजट पर बोझ:

  • खर्च में वृद्धि: रसोई गैस का उपयोग हर घर में होता है। इसकी बढ़ती कीमत सीधे तौर पर घरेलू बजट को प्रभावित करती है।
  • अन्य आवश्यकताओं पर कटौती: गैस पर बढ़ते खर्च के कारण अन्य आवश्यक वस्तुओं पर खर्च कम करना पड़ सकता है।

2. महंगाई का बढ़ना:

  • मुद्रास्फीति: LPG की कीमतों में वृद्धि समग्र मुद्रास्फीति को बढ़ाती है।
  • अन्य वस्तुओं की कीमतें: गैस की कीमतों में वृद्धि से अन्य वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ सकती हैं क्योंकि परिवहन और उत्पादन में LPG का उपयोग होता है।

3. सामाजिक प्रभाव:

  • गरीबों पर अधिक असर: कम आय वाले परिवारों पर LPG की बढ़ती कीमतों का असर सबसे अधिक होता है।
  • पोषण पर प्रभाव: महंगी गैस के कारण लोग पोषक तत्वों से भरपूर भोजन बनाने से बच सकते हैं।

4.आर्थिक विकास पर असर:

  • उद्योगों पर प्रभाव: उद्योगों में भी LPG का उपयोग होता है। इसकी बढ़ती कीमत उत्पादन लागत बढ़ाती है, जिससे उत्पादों की कीमतें बढ़ सकती हैं।
  • आर्थिक गतिविधियां: महंगाई और कम खर्च करने की क्षमता से देश की समग्र आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।

5. स्वास्थ्य पर प्रभाव:

  • स्वच्छ ईंधन का उपयोग: महंगी गैस के कारण लोग लकड़ी या गोबर के केक जैसे अस्वच्छ ईंधन का उपयोग करने को मजबूर हो सकते हैं, जिससे स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं।

6. पर्यावरण पर प्रभाव:

  • अस्वच्छ ईंधन का उपयोग: स्वच्छ ईंधन के विकल्प महंगे होने के कारण लोग पर्यावरण के लिए हानिकारक ईंधनों का उपयोग कर सकते हैं।

उपभोक्ताओं को क्या करना चाहिए?

बढ़ती कीमतों के बीच उपभोक्ताओं को अपनी जरूरतों के अनुसार सही योजना बनानी चाहिए। घरों में गैस की खपत को नियंत्रित करना और ऊर्जा के अन्य विकल्पों पर विचार करना समझदारी होगी। छोटे व्यवसायों को लागत को नियंत्रित करने के लिए नई रणनीतियां अपनानी चाहिए ताकि उनका व्यवसाय बढ़ती कीमतों के प्रभाव से बच सके।

गैस सिलेंडर की कीमतों में हो रही वृद्धि देश के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, खासकर जब कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। घरेलू गैस की स्थिर कीमतें थोड़ी राहत जरूर देती हैं, परंतु आने वाले महीनों में बदलाव की संभावनाएं बनी रह सकती हैं। ऐसे में उपभोक्ताओं और व्यवसायों को सचेत और तैयार रहना होगा।

समाधान के कुछ सुझाव:

  • सब्सिडी: सरकार को कम आय वाले परिवारों को LPG सब्सिडी देनी चाहिए।
  • नई तकनीक: LPG के विकल्पों जैसे सौर ऊर्जा, बायोगैस आदि को बढ़ावा देना चाहिए।
  • उत्पादन बढ़ाना: देश में LPG का उत्पादन बढ़ाकर कीमतों को नियंत्रित करने का प्रयास करना चाहिए।
  • अंतरराष्ट्रीय बाजार: अंतरराष्ट्रीय बाजार में LPG की कीमतों पर नजर रखकर उचित नीतियां बनानी चाहिए।

LPG की बढ़ती कीमतों का असर दूरगामी होता है और इसका समाधान एक व्यापक दृष्टिकोण की मांग करता है।

क्या आप इस विषय पर और अधिक जानना चाहते हैं?

  • आप LPG की कीमतों में वृद्धि के कारण जानना चाहते हैं?
  • आप सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानना चाहते हैं?
  • आप LPG के विकल्पों के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं?

 

Leave a Comment